दौड़ना स्पीड का टेस्ट नहीं है—ये आज़ादी का एहसास है। ये अपने शरीर को कहना है—“चलिए थोड़ा खेलते हैं।” अगर आपने कभी try नहीं किया, तो चिंता मत करें। एक छोटा कदम लें, फिर एक और। हर कदम कुछ ना करने से बेहतर है। इस weekend, चलिए, jog करिए, dance करिए—या बस थोड़ा मूव करिए। आपकी फिटनेस की शुरुआत तभी होती है जब आप मान लेते हैं कि धीरे शुरू करना भी काफी है।