छोटी चैलेंज सिर्फ खाने या एक्सरसाइज़ की बात नहीं है। ये खुद पर भरोसा बनाने की बात है। जब आप 3 दिन की भी चैलेंज पूरी करते हैं, तो आप खुद को साबित करते हैं—“मैं शुरू कर सकता हूँ, टिक सकता हूँ, और जीत सकता हूँ।”
तो अगर आप सही समय का इंतज़ार कर रहे हैं—अब इंतज़ार मत कीजिए। छोटी शुरुआत कीजिए। आज से कीजिए। और आदत को धीरे-धीरे बड़ा बनने दीजिए।